Thursday, November 5, 2009

प्रवीण सहायक सामग्री - पदबंध मुहावरों से वाक्‍य रचना

पदबंध/ मुहावरों से वाक्या रचना
1.श्री गणेश करना : चलो, काम का श्री गणेश करें ।
2. नौ दो ग्याकरह होना : पुलिस के आने से पहले चोर नौ दो ग्याेरह हो गया ।
3. जल भुनकर राख हो जाना : मेरी नई गाड़ी देखकर वह जल भुनकर राख हो गया ।
4. मोहताज होना : नौकरी न होने तक वह औरों का मोहताज था ।
5. बुढ़ापे की लाठी : हरि अपने पिता के बुढ़ापे की लाठी है ।
6. आंखों का तारा : यदु अपनी मां की आंखों का तारा है ।
7. हाथ दिखाना : खिलाडि़यों ने खेल के मैदान में अपने हाथ दिखाए ।
8. सूखकर कांटा होना : बेटे के गम में राधा सूखकर कांटा हो गई है ।
9. आंख लगना : काम करते करते उसकी आंखें लग गईं ।
10. माथा ठनकना : पैसे न मिलने पर उसका माथा ठनका ।
11. दंग रह जाना : उसकी बात सुनकर मैं दंग रह गया ।
12. सन्न रह जाना : खबर सुनकर मैं सन्न रह गया ।
13. शौक चर्राना : अब उसे फिल्में देखने का शौक चर्राया है ।
14. बीड़ा उठाना : कुछ लोगों ने भ्रष्टाचार खत्म करने का बीड़ा उठाया है ।
15. काया पलट होना : कुछ ही दिनों में गांव का काया पलट हो गया ।
16. जुट जाना : हमें अपने काम में जुट जाना चाहिए ।
17. सपना चूर चूर होना : मेरा सपना चूर चूर हो गया ।
18. सपना साकार होना : बेटे को नौकरी मिलने पर मेरा सपना साकार हो गया ।
19. खुशी से फूला न समाना : भारत की जीत पर वह खुशी से फूला नहीं समा रहा ।
20. मिट्टी में मिल जाना : उसने अपने बाप का नाम मिट्टी में मिला दिया ।
21. मन रमना :पहाडि़यों में सभी का मन रमता है ।
22. छुटकारा पाना : दुखों से छुटकारा पाना सभी चाहते हैं ।
23. आंखें गड़ाकर देखना : आंखें गड़ाकर क्या देख रहे हो ?
24. पेट काटकर बचना : पेट काटकर बचाना उसे पसंद नहीं है ।
25 बोली लगना : सुना है, बापू के चश्‍मे की बोली लग रही है ।

2 comments:

  1. हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और शुभकामनायें
    कृपया दूसरे ब्लॉगों को भी पढें और उनका उत्साहवर्धन
    करें

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