Wednesday, November 18, 2009

एक कविता

आदिम मनुष्य

फिर एक धमाका
पांच मरे, पंद्रह घायल ।
बस एक खबर है यह
आम खबरों की तरह ।
अब नहीं होता कोलाहल
सुनकर शरीर में,
खौलता नहीं है खून
खूनी तांडव देखकर ।
कितना संवेदना शून्य हो गया है
आज का मनुष्य,
शायद यही है -
आधुनिक सभ्यता की पहचान ।
अगर यही सही है,
तो,
हे प्रभु !
ले चलो हमें
उसी पुरातनता में,
जहां हम
'आदिम' ही सही
मनुष्य तो थे ।
*** कुल प्र0 उपाध्‍याय

Monday, November 9, 2009

प्रवीण सहायक सामग्री - पर्यायवाची शब्‍द

पर्यायवाची शब्द

अकस्मात - अचानक
अक्सर - प्राय:
अग्रिम - पेशगी
अतिथि - मेहमान
अनुभव - तजुरबा
अपराध - जुर्म
अवसर - मौका
आंतरिक - भीतरी
आतंक - डर
आपदा - विपदा
आबादी - जनसंख्या
आभूषण - गहने
आयु - उम्र
आराम - विश्राम
आश्चर्य - अचंभा
आसान - सरल
इंतजार - प्रतीक्षा
उत्साह - जोश
उन्मुक्त - स्वछंद
उपस्थित - मौजूद
उपासना - पूजा
ऋण - कर्ज
करीबी - घनिष्ठ
गिरि - पहाड़
गुजारा - निर्वाह
घाटी - वादी
घोषणा - ऐलान
चट्टान - शिला
चिंता - फिक्र
चुनाव - निर्वाचन
छुट्टी - अवकाश
जिद - हठ
डरपोक - कायर
तकलीफ - परेशानी
तट - किनारा
तत्काल - तुरंत
दया - रहम
दलदल - कीचड़
दवा - औषधि
देन - योगदान
दैनिक - प्रतिदिन
दोस्ती - मित्रता
धरती - पृथ्वी
धरोहर - अमानत
परिवेश - वातावरण/माहौल
परिस्थिति - हालात
पर्यटक - यात्री
पुरस्कार - इनाम
प्रगति - तरक्की
प्रजा - जनता
प्रतिबंध - रोक
प्रतिशत - फीसदी
प्रत्याशी - उम्मीदवार
प्रयास - कोशिश/प्रयत्न
प्राकृतिक - नैसर्गिक
प्राचीन - पुरातन
बकाया - शेष/बाकी
बातचीत - वार्तालाप
बीमारी - अस्वस्थता
भयानक - भयंकर
भवन - इमारत
मंजूर - स्वीकृत
मदद - सहायता
मनमोहक - आकर्षक
मेहनती - परिश्रमी
यातायात -परिवहन
रंगारंग - मनोरंजक
रमणीय - मनोरम
रोमांचक - आह्लादकारी
लगभग - करीब
लज्जा - शर्म
वार्षिक - सालाना
विख्यात - मशहूर/प्रसिद्ध
विवेक - ज्ञान
विशिष्ट - खास
वोट - मत
व्‍यवस्था - इंतजाम/प्रबंध
व्यवहार - आचरण
शंका - शक/संदेह
शोभायात्रा - जुलूस
श्रेणी - दर्जा
संभव - मुमकीन
सजा - दंड
समाधान - हल
समीप - नजदीक
सरकारी - शासकीय
सहस्र - हजार
सहानुभूति - हमदर्दी
सार्थकता - उपयोगिता
सुझाव - सलाह/परामर्श
स्वयं - खुद
हकीकत - सच्चाई

Sunday, November 8, 2009

प्रवीण सहायक सामग्री - पाठों का सारांश

मिट्टी की गाडी

यह शुद्रक द्वारा लिखित एक प्रसिद्ध संस्कृत नाटक 'मृच्छकटिकम' की कहानी है । नाटक का नायक चारुदत्त व्यापार में घाटे के कारण गरीबी में जी रहा है । बसंतसेना नाम की गणिका उससे प्रेम करती है । समाज में व्याप्त अन्याय और असुरक्षा के कारण बसंतसेना ने अपने गहने चारूदत्तर के पास रखवा दिए थे । गहने चारूदत्त के घर से चोरी हो जाने के कारण चारुदत्त की पत्नी द्यूता अपना हार बसंतसेना के पास भेज देती है । चोरी हुए गहने बसंतसेना को मिल जाते हैं और वह द्यूता को उसका हार लौटाने उसके घर जाती है । चारुदत्त का पुत्र मिट्टी की गाड़ी से खेल रहा है, बसंतसेना उसकी गाड़ी को अपने आभूषणों से भर देती है । राजा का साला शंकर भी बसंतसेना से प्रेम करता है और ईर्ष्या वश वह उसकी हत्या का प्रयास करता है और चारुदत्त पर हत्या का आरोप लगा देता है । न्यायालय में भी चारुदत्त को न्याय नहीं मिलता और उसे मृत्युदंड की सजा सुना दी जाती है । इसके कारण जनक्रांति होती है । क्रांतिकारियों की भीड़ से शंकर को अपनी जान बचाना कठिन हो जाता है । बसंतसेना भी बच जाती है और सारे आरोप झूठे सिद्ध हो जाते हैं । प्रजा योग्य और न्यायप्रिय व्यक्ति को अपना राजा चुनती है ।


अमर आश्रम

एक धनी आदमी था । उसने अपने पुत्र का नाम अमर रखा । उसकी इच्छा‍ थी कि उसका पुत्र बड़ा होकर अच्छे काम करे और अपना नाम अमर करे । बड़ा होकर अमर ने सोचा, क्यों न वह अपना नाम कुछ ऐसे स्थानों पर लिखे जहां लाखों लोग उसे देखे और उसका नाम अमर हो जाए । उसने अपना नाम रेत पर लिखा, तेज हआवों ने उसे उड़ा दिया । एक दिन उसने अपना नाम वृक्ष के तने की छाल पर लिख दिया लेकिन दुर्भाग्य से वह पेड़ भी टूट गया । फिर उसने एक प्राचीन भवन की दीवार पर अपना नाम लिख दिया लेकिन वह दीवार भी ढह गई । फिर उसने एक बड़े शिलाखंड पर अपना नाम अंकित किया लेकिन वह शिलाखंड भी ध्वस्त हो गया और उसके अमर होने का सपना चूर चूर हो गया । उन्हीं दिनों उसके गांव में एक संत आए और उन्होंने उसे समझाया कि‍ अगर अपना नाम अमर करना है तो उसे मिट्टी या पत्‍थर पर नहीं बल्कि उसे लोगों के हृदय पर लिखो । उसे समझ में आ गया कि लोगों की सेवा और भलाई से ही नाम अमर हो सकता है । उसने अपना पूरा जीवन जन सेवा में लगा दिया । अपने घर को आश्रम में बदल दिया - अमर आश्रम ।

परीक्षा

देवगढ़ के महाराज ने अपने रियासत के लिए नया दीवान खोजने की जिम्मेदारी अपने नीतिकुशल दीवान सरदार सुजान सिंह पर ही डाल दी । दूसरे दिन यह विज्ञापन निकाला गया कि रियासत के लिए एक सुयोग्य दीवान की जरूरत है । एक माह तक उम्मीदवारों के रहन-सहन आदि की परख की जाएगी और योग्य व्यहक्ति को दीवानी पद दी जाएगी । सैकडों लोग अपना भाग्य आजमाने पहुंच गए । हर कोई अपने आपको योग्‍य और लायक उम्मीदवार प्रमाणित करने का प्रयास कर रहा था । सुजान सिंह की अनुभवी आंखें सही व्यक्ति की तलाश कर रही थीं । एक दिन युवकों ने हॉकी के खेल का आयोजन किया । खेल दिन भर चलता रहा । खेल के मैदान से कुछ ही दूरी पर एक नाला था । एक किसान की अनाज से भरी हुई गाड़ी नाले में फंस गई । काफी प्रयास के बाद भी जब गाड़ी निकालने में असफल रहा तो किसान वहीं निराश होकर बैठ गया । सभी खिलाड़ी शाम को एक एक कर उसी रास्ते से निकल गए लेकिन किसी ने किसान की सहायता नहीं की । उन्हीं में से एक खिलाड़ी थका-हारा और लंगड़ाता हुआ आ रहा था । उसने किसान की सहायता की और गाड़ी नाले के ऊपर आ गई । महीना पूरा होने के बाद सभी किस्मत का फैसला जानने को बेताब थे । सरदार सुजान सिंह ने बताया कि जो व्यक्ति स्वयं जख्मी होकर भी एक गरीब किसान की सहायता कर सकता है उसके हृदय में साहस, आत्म‍बल और उदारता का वास है । दीवानी पद के लिए हमें ऐसे ही आदमी की तलाश थी । पंडित जानकीनाथ दीवान नियुक्त किए जाते हैं ।

सपनों का महल

शिवनाथ बाबू एक खुशमिजाज आदमी थे । वे मुंबई में रहते थे और नासिक में अपना मकान बनवा रहे थे । सेवा निवृत्ति के बाद वे अपने परिवार के साथ शांति से जीवन बिताना चाहते थे । अपने जीवन की सारी जमा पूंजी वे मकान के काम में लगा रहे थे । जब भी कोई अवसर मिलता वे नासिक में अपने मकान का काम देखने जाया करते थे । अक्सर वे अपने घर और परिवार के बारे में ही सोचते रहते थे । उनका मानना था कि बस अब कुछ दिनों की तपस्या है, बाद में तो अपना जीवन अपनी इच्छानुसार बिताएंगे । आखिर एक दिन वे सेवा निवृत्त होकर नासिक पहुँच गए । घर की व्यवस्था अपने हाथों में ले ली और संतोष का अनुभव करने लगे । घर में रहते हुए वे अक्सर अपने पुत्र को उपदेश देने लगते और पुत्री को भी टोकते रहते । बच्चों तथा पत्नी को यह सब अच्छा नहीं लगता था । शिवनाथ बाबू को महसूस होने लगा कि वे अपने ही घर में अजनबी बनते जा रहे हैं । इस तरह एक अनचाहा व्यक्ति बनकर रहना उन्हें अच्छा नहीं लगता । उन्होंने सोचा कि क्यों न मैं दुबारा मुंबई चला जाऊं । लेकिन जाने से पहले उन्होंने एक बार घर के लोगों से बात करना ठीक समझा । शिवनाथ बाबू की बातें सुनकर पत्नी और बच्चों को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने क्षमा मांगी । शिवनाथ बाबू को अनुभव हुआ कि उनका सपना हकीकत में बदल गया है ।

प्रवीण- सहायक सामग्री - प्रश्‍नोत्‍तर

पाठ पर आधारित प्रश्न एवं उत्तर
1.1 लेखक ने छुट्टी यात्रा रियायत लेकर कहाँ जाने का मन बनाया ?
लेखक ने छुट्टी यात्रा रियायत लेकर उड़ीसा जाने का मन बनाया ।
1.2 भगवान जगन्नाथ की नगरी किसे कहा जाता है ?
पुरी को भगवान जगन्नाथ की नगरी कहा जाता है ।
1.3 जगन्नानथ मंदिर में किसकी मूर्तियां स्थापित हैं ?
जगन्नाथ मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियां स्थापित हैं ।
1.4 पुरी के समुद्र तट पर किस नदी का संगम होता है ?
पुरी के समुद्र तट पर चंद्रभागा नदी का संगम होता है ।
1.5 कोणार्क का सूर्य मंदिर किस लिए विश्व प्रसिद्ध है ?
कोणार्क का सूर्य मंदिर अपने भव्य शिल्प कला के लिए विश्व प्रसिद्ध है ।
1.6 लिंगराज मंदिर कितने मंदिरों का परिसर है ?
लिंगराज मंदिर 108 मंदिरों का परिसर है ।
2.1 मृच्छिकटिकम नाटक किस भाषा का है और किसने लिखा है ?
यह नाटक संस्कृत भाषा का है और शूद्रक ने लिखा है ।
2.2 चारुदत्तभ को अपमान से बचाने के लिए उसकी पत्नी ने क्या किया ?
चारुदत्त को अपमान से बचाने के लिए उसकी पत्नी ने अपने गहने बसंतसेना के पास भिजवा दिए
2.3 प्रजा कैसे व्यचक्ति को अपना राजा चुनती है ?
प्रजा योग्य व और न्यायप्रिय व्यचक्ति को अपना राजा चुनती है ।
2.4 मृच्छ कटिकम नाटक की स्थितियां आज भी विश्व‍सनीय क्यों लगती है ?
मृच्छ कटिकम नाटक की स्थितियां आज भी विश्वसनीय लगती है क्योंकि आज भी समाज में अन्याय और अत्याचार विराजमान है ।
3.1 प्रशांत क्यों चिंतित है ?
प्रशांत पैसों के इंतजाम के लिए चिंतित है ।
3.2 प्रशांत को फ्लैट के लिए धन कब चाहिए ?
प्रशांत को फ्लैट के लिए धन तीन महीने के अंदर चाहिए ।
3.3 सहकारी समिति किसे ऋण देती है ?
सहकारी समिति अपने सदस्यों को ऋण देती है ।
4.1 पर्यटक कहां की यात्रा करना चाहता है ?
पर्यटक दक्षिण भारत की यात्रा करना चाहता है ।
4.2 पर्यटक दक्षिण भारत में कौन कौन से शहर घूमना चाहता है ?
पर्यटक दक्षिण भारत में मैसूर, चेन्नै , मदुरै और कन्यांकुमारी घूमना चाहता है ।
4.3 मैसूर में कौन कौन से दर्शनीय स्थल हैं ?
मैसूर में रॉयल पैलेस, टीपू सुल्तान का किला, वृंदावन गार्डन आदि दर्शनीय स्थल हैं ।
5.1 चुनाव आयोग का क्याप कार्य है ?
चुनाव आयोग का कार्य है - देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना ।
5.2 मतदान में हमारा क्या कर्त्तव्‍य है ?
हमारा यह कर्त्तव्‍य है कि हमें अपने मताधिकार का प्रयोग सोच समझकर करना चाहिए ।
5.3 कैसे प्रत्याशी को अपना मत देना चाहिए ?
कर्मठ और ईमानदार प्रत्याशी को अपना मत देना चाहिए ।
5.4 चुनाव आयोग किसके लिए चुनाव करवाता है ?
चुनाव आयोग लोक सभा और विधान सभा के लिए चुनाव करवाता है ।
6.1 मनोहर क्या चाहता है ?
मनोहर सरकारी नौकरी चाहता है ।
6.2 चाचा जी किस पद पर कार्यरत हैं ?
चाचा जी केंद्रीय सचिवालय में वित्तीय सलाहकार हैं ।
6.3 आवेदन पत्र में कौन कौन सी बातें स्पष्ट की जाती हैं ?
आवेदन पत्र में पदनाम, आयुसीमा, अनुभव, अर्हताएं आदि बातें स्पष्ट की जाती हैं ।
7.1 बिना डाक्टर की सलाह के दवा क्यों नहीं लेनी चाहिए ?
बिना डाक्टर की सलाह के दवा नहीं लेनी चाहिए क्योंकि यह बहुत खतरनाक साबित हो सकता है ।
7.2 किस तरह सरकारी अस्पताल में टैस्ट कराया जा सकता है ?
केंद्रीय सरकार स्वास्‍थ्‍य योजना के डॉक्टर के माध्यम से सरकारी अस्पताल में टैस्ट कराया जा सकता है ।
8.1 प्राकृतिक आपदा किसे कहते हैं ?
पर्यावरण असंतुलन और धरती की आंतरिक हलचल जब अपने भयानक रूप में प्रकट होती है तब हम उसे प्राकृतिक आपदा कहते हैं ।
8.2 भूकंप क्यों आता है ?
धरती की आंतरिक हलचल के कारण भूकंप आता है ।
9.1 समाचार पत्र में किसका लेख छपा था ?
समाचार पत्र में सुधा का लेख छपा था ।
9.2 पहले हमारे उद्योग क्यों पिछड़े थे ?
उन्नत तकनीक के अभाव में पहले हमारे उद्योग पिछड़े थे ।
10.1 श्रीनगर कहां बसा हुआ है ?
श्रीनगर कश्मीर की घाटी में झेलम नदी के तट पर बसा हुआ है । (
10.2 श्रीनगर का प्रमुख आकर्षण क्या है ?
विशाल डल झील श्रीनगर का प्रमुख आकर्षण है ।
10.3 शिकारा किसे कहते हैं ?
छोटे आकार की लंबी नावों को शिकारा कहते हैं ।
10.4 श्रीनगर के मशहूर बाग कौन कौन से हैं ?
श्रीनगर के मशहूर बाग हैं - चश्मेशाही, निशात, तथा शालीमार बाग ।
11.1 टैक्सी और रिक्शे‍ वालों ने लेखक को क्यों घेर लिया ?
टैक्सी और रिक्शे वालों ने लेखक को नया आया हुआ जानकर घेर लिया ।
11.2 शहर में नौकरी पेशा लोगों का जीवन कठिन क्यों है ?
रोज बढ़ती महंगाई, शहर का प्रदूषित वातावरण आदि के कारण शहर में नौकरी पेशा लोगों का जीवन कठिन है
11.3 शहर के लोग प्राय: तनाव में क्यों रहते हैं ?
भागदौड़ वाली जिंदगी के कारण शहर के लोग प्राय: तनाव में रहते हैं ।
11.4 कठिनाइयों के बावजूद लोग शहरों की ओर क्यों खिंचे चले आते हैं ?
कठिनाइयों के बावजूद लोग शहरों की ओर खिंचे चले आते हैं क्योंकि रोजगार के अवसर शहरों में ही अधिक है ।
11.5 लेखक का मन कहां रमता है?
लेखक का मन गांव के खुलेपन में ही रमता है ।
12.1 अमर के पिता की क्या इच्छा थी ?
अमर के पिता की यह इच्छा थी कि उसका पुत्र बड़ा होकर अच्छे काम करे और अपना नाम अमर करे ।
12.2 अमर ने अपना नाम कहाँ-कहाँ लिखा ?
अमर ने अपना नाम रेत पर, वृक्ष के तने की छाल पर, प्राचीन भवन की दीवार पर तथा शिलाखंड आदि में लिखा ।
12.3 रेत पर अमर का नाम किस प्रकार उड़ गया ?
तेज हवाओं ने रेत पर लिखे नाम को उड़ा दिया ।
12.4 संत ने अमर को क्या सुझाव दिया ?
संत ने अमर को यह सुझाव दिया कि वह अपना नाम मिट्टी या पत्थर पर नहीं बल्कि लोगों के हृदय पर लिखे।
12.5 संत की बात का अमर पर क्या प्रभाव पडा ?
संत की बातें सुनने के बाद अमर ने अपना सारा जीवन जन सेवा में लगा दिया ।
13.1 अनंत और उसके दोस्त अब तक कहॉं पहुंचे होंगे ?
अनंत और उसके दोस्त अब तक मनाली पहुंचे होंगे ।
13.2 सोलांग वैली का मुख्य आकर्षण क्या। है ?
सोलांग वैली का मुख्य आकर्षण है - पैराग्ला‍इडिंग और स्कीकइंग ।
14.1 शिवनाथ बाबू का परिचय दीजिए - शिवनाथ बाबू एक खुशमिजाज आदमी थे, वे मुबई में नौकरी करते थे और नासिक में अपना मकान बनवा रहे थे ।
14.2 शिवनाथ बाबू नासिक में मकान क्यों बनवा रहे थे ?
शिवनाथ बाबू नासिक में मकान बनवा रहे थे क्‍योंकि वे सेवानिवृत्ति के बाद शहर से दूर शांति से जीवन बिताना चाहते थे । 14.3 शिवनाथ बाबू ने नाश्ते की मेज पर बच्चों से क्या कहा ?
शिवनाथ बाबू ने नाश्ते की मेज पर बच्चों से कहा कि यदि आप लोगों को मेरा यहां रहना अच्छा नहीं लगता तो मैं वापस मुंबई चला जाता हूँ ।
14.4 शिवनाथ बाबू ने मुंबई जाने का ख्याल अपने दिल से कब निकाला ?
जब उनकी पत्नी और बच्चों को अपनी भूल समझ में आ गई और उन्होंने शिवनाथ बाबू से क्षमा मांगी तब शिवनाथ बाबू ने मुंबई जाने का ख्याल अपने दिल से निकाल दिया ।
15.1 बच्चों के कल्याण के लिए कार्य करने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था का क्या नाम है ?
यूनीसेफ (संयुक्त राष्ट्र् बाल निधि ) ।
15.2 बच्चों को जन्म से क्या क्या अधिकार प्राप्त है ?
बच्चों को जन्म से अपना नाम, राष्ट्रीय पहचान, उचित देखभाल, अच्छा स्वास्थ्‍य और शिक्षा आदि का अधिकार प्राप्त है । 15.3 विटामिन 'ए' और 'आयोडिन' की कमी से कौन कौन से रोग होते हैं ?
विटामिन 'ए' और 'आयोडिन' की कमी से दृष्टिहीनता, पोलियो, घेंघा रोग, काली खांसी, गलघोंटू आदि रोग होते हैं।
15.4 संयुक्त राष्ट्र बाल निधि के कार्यकर्ता किस उद्देश्य से कार्य करते हैं ?
संयुक्तं राष्ट्र् बाल निधि के कार्यकर्ता नवजात शिशुओं की मृत्युदर कम करने एवं नियंत्रित करने के उद्देश्य से कार्य करते हैं । 16.1 उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्ध को विशेष महत्व का क्यों माना जाता है ?
उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्ध को विशेष महत्व का माना जाता है क्योंकि उस समय देश में अनेक महापुरुषों ने जन्म लिया ।
16.2 विवेकानंद का जन्म कब हुआ, उनके बचपन का नाम क्या था ?
विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 में हुआ, उनके बचपन का नाम नरेन था ।
16.3 वि‍वेकानंद किसके शिष्य थे ?
वि‍वेकानंद स्वामी रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे ।
16.4 युवक दिवस क्यों मनाया जाता है ?
विवेकानंद के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में युवक दिवस मनाया जाता है !
17.1 अखबार के बडे़ से विज्ञापन में क्या छपा था ?
अखबार के बडे से विज्ञापन में छपा था कि रामलीला मैदान में विशाल प्रदर्शनी लगने वाली है !
17.2 किन स्टालों पर बहुत भीड़ थी ?
महिलाओं के कपडे़ वाली स्टालों पर बहुत भीड़ थी !
18.1 लेखक को किसका पत्र प्राप्त हुआ ?
लेखक को इंफाल के एक पुराने मित्र लोखन सिंह का पत्र प्राप्त हुआ ।
18.2 इरोम्बा क्या होता है ?
इरोम्बा एक प्रकार की मणिपुरी चटनी होती है ।
18.3 लेखक को उपहार में क्या दिया गया ?
लेखक को उपहार में बांस की टोकरी, मणिपुरी शॉल व चादर दिया गया !
19.1 समारोह का मुख्य आकर्षण क्या था ?
समारोह का मुख्य आकर्षण था - सांस्कृतिक कार्यक्रम ।
19.2 इस बार अखबारों में किसके भाषण की प्रशंसा हुई ?
इस बार अखबारों में विशिष्ट अतिथि के भाषण की प्रशंसा हुई ।
20.1 दीवान सुजान सिंह ने महाराजा से क्या विनती की ?
दीवान सुजान सिंह ने महाराजा से यह विनती की कि उनकी उम्र को देखते हुए दीवानी की जिम्मेदारी से उन्हें मुक्त किया जाए
20.2 राजा साहब ने उनकी विनती किस शर्त पर स्वीकार की ?
राजा साहब ने उनकी विनती इस शर्त पर स्वीकार की कि नया दीवान वे ही खोजें ।
20.3 विज्ञापन से हलचल क्‍यों मच गई ?
विज्ञापन से हलचल क्‍यों मच गई क्योंकि दीवान जैसे महत्वकपूर्ण पद के लिए कोई विशेष शैक्षिक योग्यता या शर्त आदि नहीं रखी गई थी ।
20.4 बूढ़ा जौहरी किसे कहा गया है और क्यों ?
बूढ़ा जौहरी सरदार सुजान सिंह को कहा गया है क्यों कि वे एक अनुभवी व्यकक्ति थे ।
20.5 दीवान किसे चुना गया, उसमें क्या क्या गुण थे ?
पंडित जानकी नाथ को दीवान चुना गया । उसमें साहस, आत्मबल और उदारता थी ।
21.1 कौन सी फाइल लौट आई है ?
नए पाठ्यक्रम बनाने संबंधी फाइल लौट आई है ।
21.2 बैठक किसकी अध्यक्षता में होगी ?
बैठक सचिव महोदय की अध्यक्षता में होगी ।
22.1 उप सचिव के यहां शाखा अधिकारियों की बैठक में क्या निर्णय लिया गया ?
उप सचिव के यहां शाखा अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि हर अनुभाग का वार्षिक निरीक्षण जल्दीं ही किया जाए ।
22.2 कु0 धनलक्ष्मी की छुट्टी स्थगित क्यों नहीं की जा सकती ?
कु0 धनलक्ष्मी की छुट्टी स्‍थ ‍गित नहीं की जा सकती क्योंकि अगले महीने उनकी शादी है ।
22.3 अनुभाग अधिकारी सहायक श्री कृष्णन की सीट क्यों बदलना चाहते हैं ?
अनुभाग अधिकारी सहायक श्री कृष्णन की सीट बदलना चाहते हैं क्योंकि वे काम में तेजी नहीं ला पाते ।
23.1 लेखक की पदोन्नति किस पद पर हुई है ?
लेखक की पदोन्नति उप निदेशक के पद पर हुई है ।
23.2 लेखक किस विभाग में काम करता है ?
लेखक केंद्रीय सरकार स्वास्‍थ्‍य योजना में काम करता है ।
23.3 पदोन्नति पर मुंबई जाने से सरकारी मकान का क्या होगा ?
पदोन्नति पर मुंबई जाने से सरकारी मकान खाली करना होगा ।
23.4 लेखक की पत्नी कहां काम करती हैं ?
लेखक की पत्नी दिल्ली प्रशासन में अध्यापक हैं ।
24.1 पत्र का प्रयोग कहां कहां किया जाता है ?
पत्र का प्रयोग राज्य सरकारों, विभिन्न सांविधिक निकायों, निगमों/उपक्रमों के अध्यक्षों, संबद्ध तथा अधीनस्‍थ कार्यालयों, सार्वजनिक क्षेत्रों एवं जनता के बीच आपसी पत्र व्यवहार के लिए किया जाता है ।
24.2 पत्र में संबोधन के लिए किन शब्दों का प्रयोग किया जाता है ? पत्र में संबोधन के लिए महोदय/महोदया का प्रयोग किया जाता है ।

Thursday, November 5, 2009

प्रवीण सहायक सामग्री - पदबंध मुहावरों से वाक्‍य रचना

पदबंध/ मुहावरों से वाक्या रचना
1.श्री गणेश करना : चलो, काम का श्री गणेश करें ।
2. नौ दो ग्याकरह होना : पुलिस के आने से पहले चोर नौ दो ग्याेरह हो गया ।
3. जल भुनकर राख हो जाना : मेरी नई गाड़ी देखकर वह जल भुनकर राख हो गया ।
4. मोहताज होना : नौकरी न होने तक वह औरों का मोहताज था ।
5. बुढ़ापे की लाठी : हरि अपने पिता के बुढ़ापे की लाठी है ।
6. आंखों का तारा : यदु अपनी मां की आंखों का तारा है ।
7. हाथ दिखाना : खिलाडि़यों ने खेल के मैदान में अपने हाथ दिखाए ।
8. सूखकर कांटा होना : बेटे के गम में राधा सूखकर कांटा हो गई है ।
9. आंख लगना : काम करते करते उसकी आंखें लग गईं ।
10. माथा ठनकना : पैसे न मिलने पर उसका माथा ठनका ।
11. दंग रह जाना : उसकी बात सुनकर मैं दंग रह गया ।
12. सन्न रह जाना : खबर सुनकर मैं सन्न रह गया ।
13. शौक चर्राना : अब उसे फिल्में देखने का शौक चर्राया है ।
14. बीड़ा उठाना : कुछ लोगों ने भ्रष्टाचार खत्म करने का बीड़ा उठाया है ।
15. काया पलट होना : कुछ ही दिनों में गांव का काया पलट हो गया ।
16. जुट जाना : हमें अपने काम में जुट जाना चाहिए ।
17. सपना चूर चूर होना : मेरा सपना चूर चूर हो गया ।
18. सपना साकार होना : बेटे को नौकरी मिलने पर मेरा सपना साकार हो गया ।
19. खुशी से फूला न समाना : भारत की जीत पर वह खुशी से फूला नहीं समा रहा ।
20. मिट्टी में मिल जाना : उसने अपने बाप का नाम मिट्टी में मिला दिया ।
21. मन रमना :पहाडि़यों में सभी का मन रमता है ।
22. छुटकारा पाना : दुखों से छुटकारा पाना सभी चाहते हैं ।
23. आंखें गड़ाकर देखना : आंखें गड़ाकर क्या देख रहे हो ?
24. पेट काटकर बचना : पेट काटकर बचाना उसे पसंद नहीं है ।
25 बोली लगना : सुना है, बापू के चश्‍मे की बोली लग रही है ।

प्रवीण सहायक सामग्री - विलोम शब्‍द

विलोम शब्द

अनजाना - जाना पहचाना
आध्यापत्मिक - भौतिक
सामान्यच - विशेष
उत्था्न - पतन
पूर्वार्ध - उत्तवरार्ध
समाजवाद - पूंजीवाद
इच्छा - अनिच्छा
खरीददार - विक्रेता
पसंद - नापसंद
याद करना - भूलना
गहरा - उथला
सम्मान - अपमान
देशी - परदेशी
उदय - अस्त
उद्घाटन - समापन
आकर्षण - विकर्षण
विस्तृणत - संक्षिप्तन
श्रोता - वक्ता
आदर - अनादर
रईस - गरीब
गुण - अवगुण
दयालु - निर्दयी
आशा - निराशा
प्रवेश - निकास
आरंभ - अंत
मंजूर - नामंजूर
अनुकूल - प्रतिकूल
पदोन्नूति - पदावनति
तकलीफ - आराम
प्राचीन - नवीन
विजय - पराजय
युद्ध - शांति
तपन - ठंडक
सूर्योदय - सूर्यास्त
आस्थाा - अनास्था
सम्माथन - अपमान
घाटा - फायदा
प्यार - घृणा
सामान्य् - विशेष
निजी - सार्वजनिक
क्रय - विक्रय
सरकारी - गैर सरकारी
सस्तार - महंगा
सुंदर - कुरूप
स्वूतंत्र - परतंत्र
लोकतंत्र - राजतंत्र
लिखित - मौखिक
सक्षम - अक्षम
सही - गलत
आवश्यतक - अनावश्यरक
सघन - विरल
लाभ - हानि
अर्जित - अनर्जित
आयात - निर्यात
सहायक - बाधक
खरीद - बिक्री
कच्चा माल - तैयार माल
आदान - प्रदान
रोजगार - बेरोजगार
कभी कभी - अक्सर
मेहनती - आलसी/कामचोर
केंद्रित - विकेंद्रित
डरपोक - निडर/साहसी
चौड़ी - संकरी/तंग
खरीदना - बेचना
धनी - निर्धन
विश्वास - अविश्वास
सुख - दुख
प्राचीन - आधुनिक
जन्मि - मरण/ मृत्यु
पहाड़ - मैदान
श्वेत - श्याम
आनंद - शोक
आलस्यक - फुर्ती

प्रवीण परीक्षार्थियों के लिए सहायक सामग्री

English - Hindi words
Acknowledgement पावती
Act अधिनियम
Action कार्रवाई
Advance अग्रिम
Advertisement विज्ञापन
Allegation आरोप
Annual statement वार्षिक विवरण
Audit objection लेखा परीक्षा आपत्ति
Authorised प्राधिकृत
Circular परिपत्र
Code of conduct आचरण संहिता
Compensatory leave प्रतिपूरक छुट़्टी
Confidential गोपनीय
Correspondence पत्राचार
Dearness allowance महंगाई भत्ताo
Demotion पदावनति
Deputation प्रतिनियुक्ति
Designation पदनाम
Disciplinary action अनुशासनिक कार्रवाई
Disposal निपटान
Earned leave अर्जित अवकाश
Eligibility पात्रता
Endorsement पृष्ठांकन
Estimate प्राक्कलन
Ex parte decision इक तरफा निर्णय
Ex post facto sanction कार्योत्तर मंजूरी
Exhibition प्रदर्शनी
Explanation स्पष्टीकरण
Fair copy स्वच्छ प्रति
Final touch अंतिम रूप
Follow up action अनुवर्ती कार्रवाई
Formality औपचारिकता
General provident fund भविष्‍य निधि
Gratuity उपदान
Implementation कार्यान्वयन
Import / Export आयात/ निर्यात
Income tax आयकर
Inflation मुद्रास्फीति
Inspection निरीक्षण
Instalment किस्त
Instruction अनुदेश
Intensive गहन
Inward आवक
Monument मकबरा
No objecton certitificate अनापत्ति प्रमाण पत्र
Notification अधिसूचना
Office copy कार्यालय प्रति
Office memorandum कार्यालय ज्ञापन
Office procedure कार्यालय पद्धति
Out ward जावक
Passport पारपत्र
Pay fixation वेतन नियतन
Payment भुगतान
Pending work बकाया काम
Performance निष्पादन
Periodical returns सावधिक विवरणियां
Permission अनुमति
Perusal अवलोकन
Press communique प्रेस विज्ञप्ति
Probationer परखाधीन
Public interest लोकहित
Qualifications अर्हताएं
Recommendation सिफारिश
Reference संदर्भ
Remuneration पारिश्रमिक
Representation अभ्याsवेदन
Requisite information अपेक्षित सूचना
Research अनुसंधान
Reservation आरक्षण
Resolution संकल्प
Retirement सेवानिवृत्ति
Retrenchment छंटनी
Revenue राजस्व
Reversion प्रत्यावर्तन
Satisfactory संतोषजनक
session सत्र/ अधिवेशन
Short notice अल्प सूचना
Subordinate अधीनस्थn
Superintendent अधीक्षक
Sur-charge अधिभार
Suspension निलंबन
Tender निविदा
To dismiss बरखास्त करना
To suspend निलंबित करना
Transfer स्थानांतरण
Undertaking उपक्रम
Valedictory function समापन समारोह
Working knowledge कार्यसाधक ज्ञान

Saturday, October 31, 2009

कुछ मेरी कविताएं

पागल


आजकल लोगों ने मुझे पागल नाम दिया है,
इसलिये नहीं कि
मैं गली के मरियल कुत्तों से
लड़कर बटोर लाता हूं
अधजली रोटी के टुकड़े,
इसलिए भी नहीं
कि मैं चिल्लाता हुआ
दौड़ता हूं शहर की सड़कों पर
और पड़ती है पत्थरों की चोट
मेरी नंगी पीठ पर ।

आजकल लोगों ने मुझे पागल नाम दिया है,
इसलिये नहीं
कि मैं बोल जाता हूं
सबकुछ साफगोई से,
जो कुछ भी दिखता है सामने
और मोल लेता हूं आफत अपनी ही करतूत से ।


ऐसा भी नहीं कि ओढ़कर
‘जमीर’ और ‘ईमानदारी’ जैसे शब्द
बिगाड़ लेता हूं हर जगह
खुद ही, अपना बनता सा काम ।

ऐसा तो कतई नहीं
कि निज भाषा के अति मोह में
बन जाता हूं मैं
हंसी का पात्र,
अक्सर मित्रों की महफिल में ।

फिर भी न जाने क्यों ????
आजकल लोगों ने मुझे पागल नाम दिया है,
शायद इसलिए कि आजकल
मेरी बातें उन्हें
‘कविता’ सी लगने लगी हैं ।

•कुल प्रसाद उपाध्या य

कुछ मेरी कविताएं

आदिम मनुष्य

फिर एक धमाका
पांच मरे, पंद्रह घायल ।
बस एक खबर है यह
आम खबरों की तरह ।
अब नहीं होता कोलाहल
सुनकर शरीर में,
खौलता नहीं है खून
खूनी तांडव देखकर,
कितना संवेदना शून्य हो गया है
आज का मनुष्या,
शायद यही है -
आधुनिक सभ्यता की पहचान ।
अगर यही सही है,
तो,
हे प्रभु !
ले चलो हमें
उसी पुरातनता में,
जहां हम
'आदिम' ही सही
मनुष्य तो थे ।
*** कुल प्रसाद उपाध्यांय

Friday, October 30, 2009

क्‍या करुं ?

क्‍यों न हम लें मान, हम हैं चल रहे ऐसी डगर पर,
हर पथिक जिस पर अकेला, दुख नहीं बंटते परस्‍पर,
दूसरों की वेदना में वेदना जो है दिखाता,
वेदना से मुक्ति का निज हर्ष केवल वह छिपाता,
तुम दुखी हो तो सुखी मैं विश्‍व का अभिशाप भारी
क्‍या करुं संवेदना लेकर तुम्‍हारी ??
क्‍या करुं ????
- हरिवंश राय 'बच्‍चन'

आदमी (एक प्रसिद्ध कवि की बेहद खूबसूरत पंक्तियां)

आदमी मरने के बाद
कुछ नहीं सोचता,
आदमी मरने के बाद
कुछ नहीं बोलता,
जब आदमी कुछ नहीं सोचता
और कुछ नहीं बोलता
तब वह मर जाता है ।